जयपुर में है बंदरों का अनूठा मंदिर...
जानिये क्या है खास
गलता जी मंदिर
इतिहास -दीवान राव कृपाराम ने 18वीं शताब्दी में मंदिर की आधारशिला रखी थी।
मंदिर की बनावट -गलताजी मंदिर अरावली पहाड़ियों में स्थित है और घने पेड़ों और झाड़ियों से घिरा है।कुंडों के अलावा, मंदिर परिसर में मौजूद भगवान राम, भगवान कृष्ण और भगवान हनुमान के मंदिर हैं।
गलताजी को बंदर मंदिर क्यों कहा जाता है?इस पवित्र स्थल पर आपको हजारों में बंदरों की संख्या देखने को मिल जाएगी। दिलचस्प बात तो ये है कि ये बंदर यहां आने वाले भक्तों को किसी भी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाते।
गलताजी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय -हर साल जनवरी के बीच में यानी 'मकर संक्रांति' के आसपास लोग यहां के पवित्र कुंड में डुबकी लगाने के लिए आते हैं।सबसे अच्छे महीने जनवरी, फरवरी, अक्टूबर और दिसम्बर है।
जानिये जयपुर मैं और कौनसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है|